नई शिक्षा नीति 2020 - हिंदी में (New Shiksha Niti 2020 - Hindi Mein)

नई शिक्षा नीति के चार चरण

नई शिक्षा नीति को चार चरणों में विभाजित किया गया है जो कि 5+3+3+4 पैटर्न है। नए पैटर्न में 3 साल की प्री - स्कूली शिक्षा तथा 12 साल की स्कूली शिक्षा शामिल की गयी है। नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को सरकारी तथा प्राइवेट दोनों संस्थानों को फॉलो करना होगा। नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2021 के चार चरण निम्न प्रकार दिए गए हैं-
  1. फाउंडेशन स्टेज- फाउंडेशन स्टेज को 3 से 8 साल तक के बच्चों के लिए तैयार किया गया हैं, जिसमें 3 साल की प्री - स्कूल शिक्षा और 2 साल की स्कूली शिक्षा (कक्षा एक से दो) शामिल है। फाउंडेशन स्टेज के अनुसार भाषा सिखने (language learning), बच्चों के कौशल (play method) और शिक्षण (activities method) के विकास पर पूरा ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

  2. प्रिप्रेटरी स्टेज- प्रिप्रेटरी स्टेज के अंतर्गत 8 साल से लेकर 11 साल तक के बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाएगी, जिसमें कक्षा 3 से 5 तक के बच्चे शामिल किये गए हैं। इस स्टेज में बच्चों की संख्यात्मक कौशल (Numbers skills) और भाषा में विकास (Language development) करना शिक्षकों का उद्देश्य रहेगा और साथ ही इस स्टेज में बच्चों को क्षेत्रीय भाषा (local language) में भी पढ़ाया जाएगा।

  3. मिडिल स्टेज-  मिडिल स्टेज के अनुसार इस स्टेज में कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को शामिल किया जायेगा। कक्षा 6 से बच्चों को कोडिंग सिखाये (learn coding) जाने का प्रावधान किया गया है और साथ ही उन्हें व्यवसायिक परीक्षण के साथ इंटर्नशिप (freelance works) भी प्रदान की जाएगी।

  4. सेकेंडरी स्टेज- सेकेंडरी स्टेज के अनुसार इस स्टेज में कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को शामिल किया गया है। जिस तरह पहले, बच्चे साइंस, कॉमर्स तथा आर्ट्स स्ट्रीम लिया करते थे, लेकिन अब यह खत्म कर दिया गया है, अब बच्चे अपनी पसंद का सब्जेक्ट ले सकते हैं, जैसे बच्चे साइंस के साथ कॉमर्स के विषयों का या फिर कॉमर्स के साथ आर्ट्स के विषयों या फिर कोई भी विषय ले सकते हैं।
    उम्र: 14 से 18
    कक्षा: 9 से 12
    इस चरण में दो चरण कक्षा 9 और 10, और कक्षा 11 और 12 शामिल होंगे।
    इन कक्षाओं में मुख्य परिवर्तन एक बहु-विषयक प्रणाली में बदलाव है, जहां छात्रों को कला, विज्ञान और वाणिज्य श्रेणियों में सख्ती से विभाजित होने के बजाय विभिन्न प्रकार के विषय संयोजनों तक पहुंच प्राप्त होगी, जिन्हें वे अपने कौशल और रुचि क्षेत्रों के अनुसार चुन सकते हैं।



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